बकरी पालन लोन कैसे लें: ग्रामीण रोजगार और आत्मनिर्भरता की नई राह
बकरी पालन क्यों करें?
इसके कुछ प्रमुख कारण हैं –
- बकरी का दूध, मांस और गोबर तीनों ही आय का स्रोत हैं।
- कम जगह में भी बकरी पालन किया जा सकता है।
- बकरियों को पालने में ज्यादा खर्च नहीं आता।
- महिलाएं भी आसानी से इसे कर सकती हैं।
- सरकारी सब्सिडी से आर्थिक बोझ कम होता है।
बकरी पालन लोन क्या है?
बकरी पालन लोन एक ऐसा कृषि आधारित पशुपालन ऋण है जिसे बैंक, सहकारी संस्थाएं या सरकारी एजेंसियां किसानों, महिलाओं और ग्रामीण युवाओं को प्रदान करती हैं। इस लोन का उद्देश्य लोगों को बकरी पालन जैसी कम लागत वाली और लाभदायक गतिविधि के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाना है। इस ऋण से लाभार्थी बकरी खरीदने, बाड़ा (शेड) बनाने, चारा, दवा, पशुचिकित्सा, और अन्य आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था कर सकते हैं।
यह योजना नाबार्ड (NABARD) के सहयोग से संचालित होती है, जो किसानों को 25% से 33% तक की सब्सिडी (अनुदान) भी प्रदान करती है। इससे लोन का आर्थिक बोझ काफी कम हो जाता है। लोन की राशि परियोजना के आकार पर निर्भर करती है — छोटे किसानों के लिए ₹50,000 से ₹2 लाख तक और समूह या संगठन के लिए ₹10 लाख तक। इस योजना से ग्रामीण लोग रोजगार प्राप्त कर अपनी आर्थिक स्थिति और जीवन स्तर दोनों को सुधार सकते हैं।
लोन देने वाले प्रमुख बैंक
- भारतीय स्टेट बैंक (SBI)
- पंजाब नेशनल बैंक (PNB)
- बैंक ऑफ बड़ौदा
- ग्रामीण विकास बैंक (RRB)
- सहकारी बैंक और निजी बैंक
- नाबार्ड (NABARD) – योजना की सब्सिडी इन्हीं के माध्यम से मिलती है।
लोन के लिए जरूरी दस्तावेज़
बकरी पालन लोन पाने के लिए कुछ जरूरी दस्तावेज़ तैयार रखने होते हैं –
- आधार कार्ड / पैन कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक पासबुक की कॉपी
- निवास प्रमाण पत्र
- जमीन के कागज या किरायानामा
- बकरी पालन प्रोजेक्ट रिपोर्ट (Project Report)
- आय प्रमाण पत्र या ITR (यदि हो)
बकरी पालन प्रोजेक्ट रिपोर्ट क्या होती है?
बकरी पालन लोन कैसे लें (Step by Step)
पहले अपने क्षेत्र के SBI, PNB, या ग्रामीण बैंक शाखा में जाकर “Goat Farming Loan under NABARD Scheme” के बारे में जानकारी लें।
Step 2: आवेदन फॉर्म भरें
बैंक से आवेदन पत्र लें और उसमें अपनी जानकारी भरें — नाम, पता, पशुपालन योजना, लागत इत्यादि।
Step 3: दस्तावेज़ जमा करें
ऊपर बताए सभी जरूरी दस्तावेज़ और प्रोजेक्ट रिपोर्ट लगाएं।
Step 4: निरीक्षण और स्वीकृति
बैंक अधिकारी आपके फार्म या भूमि का निरीक्षण करेंगे और रिपोर्ट सही होने पर लोन स्वीकृत कर देंगे।
Step 5: राशि आपके खाते में
लोन स्वीकृति के बाद राशि सीधे आपके बैंक खाते में भेजी जाती है।
कितनी राशि का लोन मिल सकता है?
लोन की राशि आपकी योजना के आकार पर निर्भर करती है —
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योजना |
लोन राशि (लगभग) |
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छोटे
किसान (10–20 बकरी) |
₹50,000 – ₹2,00,000 |
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मध्यम
किसान (25–50 बकरी) |
₹3,00,000 – ₹5,00,000 |
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FPO / समूह |
₹10,00,000 तक |
नाबार्ड सब्सिडी
नाबार्ड (NABARD) के तहत बकरी पालन योजना में 25% से 33% तक सब्सिडी दी जाती है।
- सामान्य वर्ग: 25%
- SC/ST और महिला: 33%
ब्याज दर और अवधि
- ब्याज दर: लगभग 8% से 11% प्रति वर्ष
- लोन चुकाने की अवधि: 3 से 5 वर्ष
- पहले 6 महीने तक moratorium period (छूट) भी दी जाती है ताकि किसान शुरुआती खर्च से उबर सके।
बकरी पालन में सफलता के सुझाव
- स्थानीय नस्ल की बकरियाँ खरीदें (जैसे – जमुनापारी, सिरोही, बरबरी)।
- साफ-सुथरा और हवादार बाड़ा बनाएं।
- नियमित टीकाकरण कराएं।
- पौष्टिक चारा दें और पानी की सुविधा रखें।
- सरकारी पशु चिकित्सक से समय-समय पर सलाह लें।

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