PM Kisan Yojana 2025 || किसान सम्मान निधि की किस्त, स्टेटस चेक और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
भारत एक कृषि प्रधान देश है जहाँ लगभग 55% आबादी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से खेती पर निर्भर है। छोटे और सीमांत किसान जिनकी ज़मीन 2 हेक्टेयर से कम होती है, अक्सर आर्थिक संकट से जूझते रहते हैं। उनकी आय का बड़ा हिस्सा खेती के खर्च जैसे बीज, खाद, सिंचाई और मजदूरी में चला जाता है। इन परिस्थितियों को देखते हुए भारत सरकार ने किसानों की आय को सुनिश्चित करने और उनकी आर्थिक मदद के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना शुरू की। यह योजना किसानों के लिए एक सुरक्षा कवच की तरह है, जो उन्हें सीधे वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
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| प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि |
2. योजना का शुभारंभ और उद्देश्य
PM-KISAN की घोषणा 1 फरवरी 2019 के अंतरिम बजट में की गई और इसे 24 फरवरी 2019 से लागू किया गया। योजना का मुख्य उद्देश्य छोटे और सीमांत किसान परिवारों को प्रतिवर्ष ₹6,000 की आर्थिक सहायता देना है। यह राशि तीन समान किस्तों (प्रत्येक ₹2,000) में सीधे किसानों के बैंक खाते में भेजी जाती है। योजना का मकसद किसानों की तात्कालिक आवश्यकताओं को पूरा करना और उन्हें महंगी ऋण व साहूकारों पर निर्भरता से बचाना है।
3. योजना की मुख्य विशेषताएँ
- वार्षिक सहायता: प्रति किसान परिवार ₹6,000।
- DBT (Direct Benefit Transfer): राशियाँ सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर होती हैं।
- पात्रता: छोटे और सीमांत किसान जिनके पास खेती योग्य भूमि है।
- अपात्र लोग: आयकरदाता, संवैधानिक पदाधिकारी, बड़े ज़मींदार, सरकारी अधिकारी/डॉक्टर/इंजीनियर आदि।
4. पंजीकरण की प्रक्रिया
- ऑनलाइन: किसान PM-KISAN पोर्टल पर जाकर नया पंजीकरण कर सकते हैं। Common Service Centre (CSC) पर भी पंजीकरण कराया जा सकता है। आवश्यक दस्तावेज़: आधार कार्ड, बैंक खाता संख्या और भूमि के कागजात।
नया फर्म यह से डालो-
1.आधिकारिक वेबसाइट (Official Website):https://pmkisan.gov.in/
2. नएकिसान का पंजीकरण (New Farmer Registration): https://pmkisan.gov.in/RegistrationFormNew.aspx3. लाभार्थी स्थिति देखें (Beneficiary Status Check):https://pmkisan.gov.in/BeneficiaryStatus.aspx
4. लाभार्थी सूची देखें (Beneficiary List):https://pmkisan.gov.in/Rpt_BeneficiaryStatus_pub.aspx
5. आधार विवरण अपडेट करें (Aadhaar Update):https://pmkisan.gov.in/UpdAadharDetails.aspx
ऑफलाइन: ग्राम पंचायत या तहसील कार्यालय के माध्यम से। राज्य/जिला अधिकारी डेटा एंट्री कराते हैं और केंद्र को भेजते हैं।
5. योजना का प्रभाव
PM-KISAN से कई सकारात्मक बदलाव देखने को मिले हैं:
- किसानों को तात्कालिक आर्थिक सहारा मिलना आसान हुआ — बीज, खाद और कीटनाशक खरीदने में मदद मिली।
- साहूकारों पर निर्भरता घटने से ग्रामीण ऋण बोझ में कमी आई।
- गांवों के अंदर क्रय शक्ति बढ़ी, जिससे स्थानीय बाजारों में गतिविधि बढ़ी।
- महिलाओं के नाम पर बैंक खाते होने से कुछ परिवारों में महिला सशक्तिकरण का भी संकेत मिला।
6. चुनौतियाँ
योजना प्रभावी होने के बावजूद कुछ समस्याएँ भी सामने आईं:
- डेटा एंट्री या दस्तावेज़ों में गलतियाँ होने पर पैसा न पहुँचना।
- कुछ अपात्र किसानों का लाभार्थी सूची में आ जाना।
- राज्यवार और जिलावार पंजीकरण और पहुँच में भिन्नता यानी असमानता।
7. सुधार की संभावनाएँ
योजना और बेहतर बनाने के लिए कुछ सुझाव हैं:
- किसानों का डेटा नियमित, डिजिटल और पारदर्शी तरीके से अपडेट करना।
- ग्राम स्तर पर जागरूकता और हेल्पडेस्क बढ़ाना ताकि सही ढंग से पंजीकरण हो।
- भूमिहीन कृषि कामगारों व महिला किसानों के लिए विशेष प्रावधान पर सोचना।
- DBT और सम्बन्धित सिस्टम को सरल बनाकर शिकायत निवारण तेज करना।
8. भविष्य की दिशा
PM-KISAN किसानों को तात्कालिक राहत देता है, पर दीर्घकालिक समृद्धि के लिए कृषि के कई पहलुओं पर काम ज़रूरी है — बेहतर सिंचाई, बाज़ार तक पहुँच, MSP की पारदर्शिता, आधुनिक तकनीक और फसल बीमा जैसी योजनाओं का समन्वय। इन सभी नीतियों का समन्वय किसानों की कुल आय बढ़ाने में मदद करेगा।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना छोटे और सीमांत किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण आर्थिक सुरक्षा कदम है। यदि इसे और पारदर्शी, समावेशी तथा अन्य कृषि सुधार योजनाओं से जोड़कर चलाया जाए तो यह भारत के कृषि परिदृश्य में सकारात्मक, दीर्घकालिक बदलाव ला सकती है।

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